तेरी जुलफे जेसे घटा हो, उनसें टपकती बूंदे जेसे फुहार,
जख्मी तो पहले से ही था, अब आखों से यु न गोली मार.
रिम झिम हो रही बरखा, तुमने था मुझे अच्छे से परखा,
अब मेरे पास कुछ नहीं बचा, फिर भी कहते अभी मेने कुछ नहीं चखा.
वो राते वो बरसाते, भूल नही सकता वो तेरी मेरी बातें,
जब साथ मे भीगा करते थे, नहीं भूल सकता वो तेरी सरारते.
वो हंसी रात हो तूम, सावन की बरसात हो तुम,
तुम वो हो जो बयां नहीं हो सकता, बस aacky का मीठा खवाब हो तुम.
follow me on:- https://plus.google.com/u/0/collectio...
Follow me on:- https://www.facebook.com/aackysayari/
Follow me on :- https://twitter.com/AackyVerma
Follow my Blog:- https://aackysayari.blogspot.com/
Visit my website:- https://aackyshayari.wordpress.com
जख्मी तो पहले से ही था, अब आखों से यु न गोली मार.
रिम झिम हो रही बरखा, तुमने था मुझे अच्छे से परखा,
अब मेरे पास कुछ नहीं बचा, फिर भी कहते अभी मेने कुछ नहीं चखा.
वो राते वो बरसाते, भूल नही सकता वो तेरी मेरी बातें,
जब साथ मे भीगा करते थे, नहीं भूल सकता वो तेरी सरारते.
वो हंसी रात हो तूम, सावन की बरसात हो तुम,
तुम वो हो जो बयां नहीं हो सकता, बस aacky का मीठा खवाब हो तुम.
follow me on:- https://plus.google.com/u/0/collectio...
Follow me on:- https://www.facebook.com/aackysayari/
Follow me on :- https://twitter.com/AackyVerma
Follow my Blog:- https://aackysayari.blogspot.com/
Visit my website:- https://aackyshayari.wordpress.com
No comments:
Post a Comment